अगेती अंगमारी के प्रबंधन के लिए रोपाई के एक या दो दिन पहले कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (3.0 ग्रा./ली.) या कॉपर हाइड्रॉक्साइड (2.0 ग्रा./ली.) से छिड़काव करें। दस से पंद्रह दिनों के अंतराल पर या मुख्य खेत में जब भी आवश्यक हो तब, कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (3.0 ग्रा./ली.) या मेन्कोज़ेब (2.0 ग्रा./ली.) या क्लोरोथालोनिल (2.0 ग्रा./ली.) या प्रोपिनेब (2.0 ग्रा./ली.) या मेटिराम (2.0 ग्रा./ली.) या पाइराक्लोस्ट्रोबिन + मेटिराम (2.0 ग्रा./ली.) या टेबुकोनाज़ोल 50% + ट्राइफ्लोक्सिस्ट्रोबिन 25% डब्ल्यु/डब्ल्यु (0.6 मि.ली./ली.) का छिड़काव करें।
मैंकोज़ेब (2.0 ग्रा./ली.) या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (3.0 ग्रा./ली.) या बोर्डो मिश्रण (1%) या कॉपर हाइड्रॉक्साइड (2.0 ग्रा./ली.) या फोसेटाइल-एआइ (2.0 ग्रा./ली.) या डायमेथोमोर्फ (2.0 ग्रा./ली.) या पाइराक्लोस्ट्रोबिन + मेटिराम (2.0 ग्रा./ली.) या मेफेनोक्सम + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (2.0 ग्रा./ली.) या मेटालेक्सिल 8% + मेन्कोज़ेब 64% (2.0 ग्रा./ली.) मिश्रण का छिड़काव करें।
अगेती अंगमारी के लिए सिफ़ारिश किए गए रसायनों का छिड़काव करें।
थ्रिप्स के प्रबंधन के लिए सिफ़ारिश किए गए रसायनों का छिड़काव करें और लक्षण के दिखते ही संक्रमित पौधों को उखाड़कर नष्ट करें।
रोपाई से पहले चूना एवं कैल्शियम वाले उर्वरक का प्रयोग करें और लक्षण के दिखते ही कैल्शियम नाइट्रेट 5 ग्रा./ली. की दर से छिड़काएँ। दस दिन बाद एक बार फिर छिड़काएँ।